ELEPHANT ATTACK IN DHAMTARI: तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गई महिला को हाथी ने पटक-पटक कर मार डाला, अब तक 10 की मौत

नईदुनिया प्रतिनिधि•धमतरी। Elephant Attack in Dhamtari: धमतरी जिले के नगरी-सिहावा क्षेत्र के जंगल में 25-28 सदस्यीय सिकासेर दल के हाथी विचरण कर रहे हैं। तेंदूपत्ता तोड़ने केरेगांव वन परिक्षेत्र के जंगल में गई ग्राम ग्राम डोकाल निवासी सुरेखा बाई 42 वर्ष को हाथी ने पटक-पटक कर मार डाला। इन दिनों जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य चल रहा है, इसलिए वनांचल के ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल जा रहे हैं। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। यह हाथी शाम के बाद केरेगांव के जंगल से नरहरा होकर सिंगपुर के जंगल पहुंच गया है।

केरेगांव के जंगल में दो मई की सुबह दल से बिछड़ा एक हाथी ग्राम पंडरीपानी से पालावाड़ी की ओर आगे बढ़ रहा था। दो मई की सुबह तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गई ग्राम डोकाल निवासी सुरेखा बाई का सामना इस हाथी से हो गया। महिला को देखते हमला कर हाथी ने उसे पटक- पटक कर मार डाला। महिला अपने पति और गांव वालों के साथ सुबह पांच बजे जंगल गई थी। 7.30 बजे हाथी ने उस पर पर हमला कर दिया। सुरेखा की मौके मौत हो गई।

सूचना मिलने के बाद केरेगांव पुलिस और वन विभाग टीम ने वहां पहुंची। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया। उल्लेखनीय है कि धमतरी वनमंडल के नगरी परिक्षेत्र के ग्राम तुमबाहरा, चारगांव, मटियाबाहरा, भैंसामुड़ा, गजकन्हार, बिलभदर, डोंगरडुला, कल्लेमेटा के जंगल में भ्रमण करते हुए 12 से 15 सदस्यीय हाथियों का दल केरेगांव वन परिक्षेत्र की ओर आगे बढ़ रहा था।

निगरानी दल ने गांवों में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को सचेत रहने समझाईश दी थी। सिकासेर दल के 25 से 28 हाथियों का दल संबलपुर, आमाली, गोरेगांव, फरसियां के जंगल में भ्रमण करते हुए देखे गए थे। अब ये हाथी फरसियां से आगे बढ़कर छिपली, खुदुरपानी, निर्राबेड़ा के जंगल में पहुंच गए हैं।

10 से अधिक लोगों को कुचलकर मार चुके हाथी

धमतरी जिले में अब तक हाथियों ने 10 से अधिक लोगाें को कुचल कर मार चुके हैं। गंगरेल बांध के डूबान क्षेत्र में हाथियों के हमले से पहली मौत विश्रामपुर निवासी संजू मंडावी की हुई। इसके बाद 29 सितंबर 2022 को सिलतरा के पास चनागांव निवासी प्रियेश नेताम की माैत हुई। उसका दोस्त संदीप कुंजाम गंभीर रूप से घायल हो गया। बिरनासिल्ली निवासी कमार युवती सुक बाई, पाइकभाठा निवासी भूमिका मरकाम,पांवद्वार निवासी बुधलाल, पारधी में सुखमा बाई कमार की मौत हो चुकी है।

अप्रैल 2020 में नगरी निवासी सिमरन साहू 11 वर्ष अपने पिता शेखर साहू के साथ महुआ बीनने नगरी रेंज के तुमबाहरा के जंगल गई थी। महुआ बिन रही थी, तभी हाथी आ गया। हाथी को देखकर लड़की व पिता भागने लगे, लेकिन लड़की हाथी की चपेट में आ गई। हाथी ने छात्रा को कुचल कर मार डाला। भालुचुआ गांव के कमारपारा निवासी कमला बाई को हाथियों ने पटक-पटक कर मारा डाला था।

28 हजार मजदूर तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे

जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए 26 हजार 800 मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया है। 27 समितियों के अंतर्गत 238 फड़ हैं। जहां 238 गांवों के लोग तेंदूपत्ता संग्रहण करेंगे। अधिकांश जगहों में दो मई गुरूवार से तोड़ाई और संग्रहण कार्य शुरू हुआ। मजदूरों को प्रति मानक बोरा 5500 रुपये के हिसाब से मजदूरी दी जायेगी।

2024-05-03T11:14:20Z dg43tfdfdgfd